मधुमेह एक ऐसी बीमारी है, जो तब होती है, जब आपका रक्त ग्लूकोज, जिसे रक्त शर्करा भी कहा जाता है, बहुत अधिक होता है। रक्त ग्लूकोज आपकी ऊर्जा का मुख्य स्रोत है और आपके द्बारा खाए जाने वाले भोजन से आता है। इंसुलिन, अग्न्याशय द्बारा बनाया गया एक हार्मोन, भोजन से ग्लूकोज को आपकी कोशिकाओं में ऊर्जा के लिए उपयोग करने में मदद करता है।
मधुमेह मेलेटस, जिसे आमतौर पर मधुमेह के रूप में जाना जाता है, एक चयापचय रोग है, जो उच्च रक्त शर्करा के कारण बनता है। हार्मोन इंसुलिन रक्त से शर्करा को आपकी कोशिकाओं में संग्रहीत या ऊर्जा के लिए उपयोग करने के लिए ले जाता है। मधुमेह के साथ, आपका शरीर या तो पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता है या वह जो इंसुलिन बनाता है, उसका प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं कर सकता है। मधुमेह से अनुपचारित उच्च रक्त शर्करा आपकी नसों, आंखों, गुर्दे और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है।
मधुमेह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली अग्न्याशय में कोशिकाओं पर हमला करती है और उन्हें भारी नुकसान पहुंचाती है। इंसुलिन यहीं बनता है, इसीलिए खतरा अधिक रहता है, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इस हमले का कारण है क्या ? चिकित्सकों का कहना है कि मधुमेह वाले लगभग
10 प्रतिशत लोगों में इस प्रकार का लक्षण पाया जाता है।
उस स्थिति में भी मधुमेह होने का खतरा रहता है, जब किसी का शरीर इंसुलिन के लिए प्रतिरोधी हो जाता है। क्योंकि इससे खून में शर्करा का निर्माण होने लगता है। दरअसल, प्री-डायबिटीज तब होती है, जब रक्त शर्करा सामान्य से अधिक होता है, लेकिन यह मधुमेह के दूसरे लक्षण को दूर करने में पर्याप्त मदद्गार नहीं होता है।
मधुमेह इन्सिपिडस नामक एक दुर्लभ स्थिति मधुमेह मेलिटस से संबंधित नहीं है, हालांकि इसका एक समान नाम है। यह एक अलग स्थिति है, जिसमें गुर्दे शरीर से बहुत अधिक तरल पदार्थ निकालते हैं। प्रत्येक प्रकार के मधुमेह के विशिष्ट लक्षण, कारण और उपचार होते हैं।
मधुमेह के सामान्य लक्षण
- भूख बढ़ने लगना।
- प्यास ज्यादा लगना।
- वजन में लगातार गिरावट आना।
- बार-बार पेशाब आना।
- नजर में धुंधलापन।
- अत्यधिक थकान महसूस करना।
- घाव, जो जल्दी ठीक नहीं होते।
- पुरुषों में मधुमेह के लक्षणों में सेक्स ड्राइव में कमी और मांसपेशियों में कमजोरी आना भी शामिल है।
- महिलाओं में मूत्र मार्ग में संक्रमण, यीस्ट संक्रमण और शुष्क व त्वचा में अत्यधिक खुजली की शिकायत भी पैदा होने लगती है।
मधुमेह की वजह इनका रहता है खतरा
मधुमेह केवल एक बीमारी के रूप में ही खतरनाक नहीं है, बल्कि इससे और भी कई खतरे बढ़ जाते हैं। मधुमेह की वजह से शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित हो सकते हैं। इनमें आंखों में मोतिया बंद का खतरा बढ़ने के अलावा आंखों में पानी भरने की समस्या, आंख के पर्दों के खराब होने की संभावना होने के साथ-साथ अंधेपन का खतरा उत्पन्न होने लगता है। मधुमेह की वजह से हार्ट अटैक होने की संभावना भी बढ़ जाती है। शरीर में सूजन भी होने लगता है। मस्तिष्क व स्नायु तंत्र उच्च मानसिक क्रियाओं में भी विकृति भी आने लगती है, जिनमें याददाश्त में कमी, संवेदनाओं की कमी, चक्कर आना, नपुंसकता (न्यूरोपैथी), लकवा आदि की समस्या भी पैदा होने लगती है।
ये बरतें सावधानी
नियमित रूप से रक्त चाप की जांच कराएं और सही भोजन और व्यायाम से संतुलित वजन रखें। पैरों का विशेष ध्यान देने की जरूरत रहती है, क्योंकि पैरों में अगर, कोई मामूली-सा भी घाव दिखता है तो वह जल्द ही गंभीर रूप भी ले लेता है। इसीलिए पैरों का उतना ही ध्यान रखें, जितना चेहरे का ध्यान रखते हैं। चिकित्सक बताते हैं कि जब घाव गंभीर रूप ले लेते हैं तो कभी-कभी गैंग्रीन में भी परिवर्तित हो जाते हैं, जिसकी वजह से पैर भी कटवाना पड़ सकता है। धूम्रपान और शराब का सेवन न करें, इसके अलावा अनावश्यक दवाओं का बिल्कुल भी उपयोग न करें। अगर, ऐसी दवाओं का इस्तेमाल आप कर रहे हैं तो उनका उपयोग बंद कर दें।
रक्त में ग्लूकोस की जांच द्बारा आसानी से किया जा सकता है। सामान्यत: ग्लूकोस का घोल पीकर जांच करवाने की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि शुरूआती जांच में मूत्र में ऐलबूमिन व रक्त वसा का अनुमान भी करवाना चाहिए। चिकित्सकों का कहना है कि केवल रक्त में ग्लूकोस को कम करना मधुमेह का पूर्ण उपचार नहीं है, बल्कि सहीभभोजन व व्यायाम भी बहुत जरूरी है। खान-पान की बात करें तो नमक, चीनी, गुड, घी, तेल, दूध व दूध से निर्मित वस्तु, परांठे, मेवे, आइसक्रीम, मिठाई, मांस, अण्डा, चॉकलेट, सूखा नारियल आदि का कम-से-कम प्रयोग करना चाहिए। खाने में हरी सब्जियों, खीरा, ककड़ी, टमाटर, प्याज, लहसुन, नींबू, सामान्य मिर्च मसालों का अधिक उपयोग करना चाहिए। आलू, चावल व फलों का सेवन अधिक कर सकते हैं। इसके अलावा ज्वार, चना व गेहूं के आटे की रोटी (मिस्सी रोटी) काफी उपयोगी होती है। करेला और दाना मैथी भी इसमें काफी फायदेमंद होती है। सरसों के साथ-साथ सोयाबीन, मूंगफली, सूर्यमुखी के तेल का उपयोग भी किया जा सकता है।
उपचार के लिए इन तरीकों को भी अपनाएं
हम सब जानते हैं व्यायाम फिटनेस के लिए काफी लाभदायक होता है। नियमित व्यायाम से हम बीमारियों को भी भगा सके हैं। नियमित
20 से
40 मिनट तक तेज चलें, साइकिलिंग भी बेहतर हेल्थ के लिए काफी लाभदायक होती है। पर अगर, ये दोनों एक्सरसाइज आप करने जा रहे हैं तो पहले इस बात का भी ध्यान रखें कि आपको शरीर तेज चलने व साइकिलिंग के लिए फिट है या नहीं। योग, व्यायाम स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है, लेकिन खाली पेट व्यायाम बिल्कुल न करें।