By Bishan Papola
कोरोना वाइरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी
है। इस वाइरस से 70 लाख से भी अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और लाखों लोग अपनी
जान गंवा चुके हैं। पूरी लगातार मौत का आकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। चीन के वुहान शहर
से निकले इस वाइरस की चपेट में दुनिया का हर देश आया है। बेहतरीन स्वास्थ्य
सुविधाओं वाले देश अमेरिका, इटली, स्पेन, ब्रिटेन जैसे देश भी इससे सबसे अधिक प्रवावित हुए हैं। अमेरिका जैसे
शक्तिशाली देश में भी कोरोना वाइरस संक्रमन का आकड़ा तेजी से आगे बढ़ रहा है और 1
लाख से भी अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वाइरस की वैक्सीन बनाने में पूरी
दुनिया जुटी हुई है, लेकिन अभी वैक्सीन बन नहीं पाई है।
सितंबर तक वैक्सीन के आने की उम्मीद है। वैक्सीन नहीं होने की वजह से ही संक्रमन
के मामले भी बढ़ रहे हैं और मौत का आकड़ा भी बढ़ रहा है। इसीलिए लोगों को इसे बिलकुल
भी हल्के में नहीं लेकना है। इसके लक्षणों को पहचानना है और उसके बचाव से संबन्धित
सावधानियों को अपनाना है, तभी इस वाइरस की चपेट में आने से
बचा जा सकता है। इसके लक्षणों और इससे बचाव से संबन्धित सावधानियों के बारे में
जानना बहुत आवश्यक है।
संक्रमन के लक्षण
कोरोना वाइरस के तीन मूल लक्षण हैं।
बुखार आना, सूखी खांसी और सांस लेने में दिक्कत होना। शुरुआती
तौर पर बुखार और सूखी खांसी की टिक्कत रहती है, उसके बाद
सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।
कोरोना के लक्षण वाली ख़ासी सामान्य खांसी नहीं होती है, बल्कि एक अलग तरह की खांसी होती है। यह खांसी लगातार आती रहती है। खांसी के साथ अगर, बलगम आए तो यह चिंता की बात है।
आमतौर पर इसके लक्षण भी सामान्य फ्लू की तरह ही होते हैं। फ्लू की जब शुरुआत होती है तो बुखार के साथ नाक बहना, जुखाम और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।
कोरोना के लक्षण वाली ख़ासी सामान्य खांसी नहीं होती है, बल्कि एक अलग तरह की खांसी होती है। यह खांसी लगातार आती रहती है। खांसी के साथ अगर, बलगम आए तो यह चिंता की बात है।
आमतौर पर इसके लक्षण भी सामान्य फ्लू की तरह ही होते हैं। फ्लू की जब शुरुआत होती है तो बुखार के साथ नाक बहना, जुखाम और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।
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पहले से बीमार लोगों में अगर इस तरह
के लक्षण दिख रहे हैं तो वह अधिक चिंताजनक होगा, क्योंकि अभी तक जो भी
कोरोना की चपेट में आए हैं, उनमें ऐसे लोगों की संख्या ही
अधिक रही है। अस्थमा, हार्ट के मरीज और डाइबिटीज के मरीजों
को बेहद सावधानियाँ बरतने की जरूरत है।
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जिन लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता
कमजोर है, उनका जल्दी वाइरस का शिकार होने का खतरा अधिक है।
इसीलिए अधिक उम्र के लोगों का विशेष ख्याल रखना होगा। बच्चों को लेकर भी विशेष
सावधानियाँ बरतना बहुत जरूरी है।
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अगर, कोई व्यक्ति कोरोना
संक्रमित होता है तो बुखार और सूखी खांसी रहने के 4-5 दिन के अंदर सांस लेने में
दिक्कत हो सकती है। जब फेफड़ों में कफ फैलता है तो सांस लेने की दिक्कत होने लगती
है।
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डाइरिया और उल्टी भी इसके लक्षणों में
शामिल है। कोरोना से संक्रमित होने पर ये दिक्कतें भी आ सकती हैं। चिकित्सकों के
मुताबिक 30 फीसदी लोगों में इस तरह की दिक्कत देखने को मिली है।
बचाव
किसी भी बीमारी
से बचना है तो उसका बचाव बहुत जरूरी है। कोरोना के मामले में तो यह बहुत ही जरूरी
है। अभी वाइरस का टीका नहीं आया है। इसीलिए बचाव ही इसका सबसे बड़ा टीका है।
इस तरह कर सकते
हैं बचाव
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हाथों को समय- समय पर साबुन से धोना
चाहिए
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हाथों को सेनेटाइज करने के लिए
अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल करें
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छींकते और खांसते समय नाक और मुंह में
रुमाल या फिर टिशू पेपर का उपयोग करें
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सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखें,
खासकर जिन लोगों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हैं, उनसे दूरी
बनाए रखें।
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अंडा, मांस का सेवन ना करें
और जंगली जानवरों के संपर्क में आने से भी बचें
कब करानी चाहिए
जांच
अगर,
3-4 दिन लगातार बुखार और सूखी खांसी रहे तो जांच करा लेना चाहिए। अगर, आपका तापमान 100 डिग्री फारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) तक हो या फिर
इससे ऊपर हो तो यह परेशानी का कारण बन सकता है। इसीलिए जांच जरूर करा लेना
चाहिए।
बचाव के लिए
डबल्यूएचओ द्वारा बताए गए सात स्टेप
समय-समय पर धोते रहें अपने हाथ
अपने आँख, कान और मुंह को टच करने से बचें
छिंकते समय मुंह को रुमाल या कोहनी से ढक लें
भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें
यदि, आप अच्छा महसूस नहीं कर रहे हैं तो घर से बिल्कुल भी बाहर न निकल
अगर, आपको बुखार, खांसी व कफ की दिक्कत है तो मेडिकल केयर लें। किसी को बिना बताए डॉक्टर के पास जाने के बजाय सबसे पहले मेडिकल केयर से जुड़े लोगों को फोन पर इसकी जानकारी दें।
बीमारी के संबंध में जागरूक रहे और डबल्यूएचओ द्वारा समय समय पर दी जाने वाली अपडेट के बारे में जानकारी लेते रहे।
समय-समय पर धोते रहें अपने हाथ
अपने आँख, कान और मुंह को टच करने से बचें
छिंकते समय मुंह को रुमाल या कोहनी से ढक लें
भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें
यदि, आप अच्छा महसूस नहीं कर रहे हैं तो घर से बिल्कुल भी बाहर न निकल
अगर, आपको बुखार, खांसी व कफ की दिक्कत है तो मेडिकल केयर लें। किसी को बिना बताए डॉक्टर के पास जाने के बजाय सबसे पहले मेडिकल केयर से जुड़े लोगों को फोन पर इसकी जानकारी दें।
बीमारी के संबंध में जागरूक रहे और डबल्यूएचओ द्वारा समय समय पर दी जाने वाली अपडेट के बारे में जानकारी लेते रहे।